कुंडली से जानें- विवाह कब होगा
शादी एक ऐसा बंधन है जो दो अलग अलग लोगों को आपस में बांधता है । जीवन में हर लगभग हर इंसान के जीवन में यह समय आता है । आजकल के मॉडर्न ज़माने में लोग , अपनी भागदौड़ में इतने व्यस्त हो गए है की अपनी जिम्मेदारियों को भूल गए । इंसान आज पैसा कमाने में इतना बिजी हो गया की ये भूल गया की जीवन के किस पड़ाव पर क्या जिम्मेदारी उठानी है । ज्योतिष एक ऐसी कला है जिसकी मदद से इंसान अपनी लाइफ के बारे में बहुत कुछ जान सकता है – जैसे – विवाह कब होगा । जिस प्रकार इंसान के हर प्रकार की गति विधियां ज्योतिष के मुताबिक निर्धारित होती है उसी तरह से शादी संजोग भी ग्रह नक्षत्र से जुड़े हुए और निर्धारित होते है ।
जानिए – कब होगा विवाह ?
जीवन में जैसे जैसे बच्चो की उम्र बढ़ती जाती है , माता पिता की चिंता भी बढ़ती जाती है । कुंडली के अध्यन से आप जान सकते है की विवाह कब होगा । जातक का विवाह किस उम्र में होगा, किस से होगा, कहाँ होगा और कितनी दुरी पर होगा । कुंडली में विवाह केबारे में कुछ नकारात्मक लक्षण भी पता किये जा सकते है, जैसे – विवाह सफल होगा या नहीं, तलाक की स्तिथि, बच्चो का सुख , पति का सुख इत्यादि । इस प्रकार जातक की कुंडली विवाह कब होगा, इसके आलावा भी बहुत कुछ बताती है । आप कुंडली के माध्यम से खुद जान सकते है की विवाह कब होगा ।
एस्ट्रोलॉजर टी.सी. शास्त्री जी यहाँ पर विवाह कब होगा के बारे में कुछ रोचक बातें बता रहे है , जिनसे आप खुद पता कर सकते है की जातक का विवाह कब होगा –
- चद्र्मा शुक्र की महादशा हो और उसमे गुरु का अंतर हो तो विवाह संभव है ।
- यदि किसी जातक की कुंडली में सप्तमेश-शुक्र ग्रह में जब गोचर में चंद्र गुरु आए तब विवाह के योग बनते है
- जिस जातक की कुंडली में 7 भाव या सप्तमेश बलवान हो तथा लग्न भाव या दूसरे भाव में या 11 भाव में सप्तमेश हो तो विवाह २०-२२ वर्ष में हो जाता है ।
- यदि जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह से अन्य कोई ग्रह युति कर रहा हो तो ऎसे ग्रह की महादशा में शनि, शुक्र व् गुरु के अंतर काल में विवाह प्रकरण तय होते हंै।
- दशमेश की महादशा और अष्टमेश के अंतर में विवाह के योग बनते है ।
- यदि कन्या की कुण्डली में सप्तमेश बलवान हो गुरु केन्द्र अथवा त्रिकोण में विराजमान हो तो कान्या केविवाह का योग 22 -24 वर्ष में बनता है ।
- जिस जातक की कुंडली में मंगल १,४,८,१०,१२ भाव में हो तो जातक मांगलिक होता है , ऐसे में विवाह विलम्भ से होता है ।
- यदि लग्नेश-सप्तमेश की स्पष्ट राशि आदि के योग के तुल्य राशि में जब गोचर गुरु आए तो विवाह के योग जल्दी बनते है ।
- विवाह कब होगा ये जानने के लिए ये देखें की सप्तमेश-शुक्र ग्रह में जब गोचर में चंद्र गुरु आए।
Marriage Prediction by Date of Birth
Marriage is an association or bonding of two soul, where two person live their life together socially. Marriage is an relation between two partners having commitment, dedication and love for each other. But in this today’s scenario marriage is the biggest problem as peoples are running away from their responsibility. Marriage Astrology provides many aspects like Marriage Prediction by Date of Birth, according the Kundli. Horoscope or Kundli everything tells related to human life.
कुंडली से जाने – विवाह कब होगा ?
You can know by the help of Marriage Prediction by Date of Birth about the time, place, age etc by kundli. Astrology provides many remedies like : Vashikaran which can helps you in getting married with desired person. But when you will get married it can be find by the study of Horoscope Marriage Prediction by Date of Birth.
Famous Astrologer T.C. Shastri sharing some tips regarding Marriage Prediction by Date of Birth and kundli :
- Take a look over the position of Venus, Mercury and Saturn in the horoscope.
- Find out these position like they are on exalted position or Melafic.
- If there are 7th house is exalted and in Lagna, 2nd house and 11 the house there is saptmesh then marriage will be in the age of 20-22.
- In kundli when moon is in 7th house, Mercury is in 11th house with saptmesh, then marriage will be in 27-28 years.
- when Jupitor is in 7the house from Moon, then girl will be married in 22-24 years.
- If there Mars is in 1,4,8,10,12 then marriage will be late after 28-30 years.
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